श्री बालाजी मंण्डल दिनेशपुर के महंत राजेन्द्र अग्रवाल मंगलवार रात ब्रम्हलीन हो गये। उनके निधन का समाचार मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी। सैकड़ों लोगों ने उनके सिंह कालोनी स्थित निवास पर पहुंचकर अंतिम दर्शन किये और उन्हें श्रद्धांजलि दी। दोपहर को किच्छा रोड स्थित राम बाग श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया जिसमें हजारों लोगों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।

सिंह कालोनी निवासी 65 वर्षीय महंत राजेन्द्र अग्रवाल जी बीते कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। बीती देर शाम अचानक उनका स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ गया। स्थानीय अस्पताल ले जाने के बाद परिवारजन उन्हें ऋषकेश एम्स ले जा रहे थे तभी रास्ते में वह ब्रम्हलीन हो गये। उनके निधन का समाचार मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी। बड़ी संख्या में बुधवार सुबह उनके आवास पर पहुंचकर लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दोपहर को किच्छा रोड स्थित श्मशान घाट में गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी शव यात्रा में भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। धार्मिक जयकारों के बीच महंत जी को अंतिम विदाई दी गयी। हर कोई महंत जी के निधन से दुखी था। महंत राजेन्द्र अग्रवाल अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। उनके दो पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। सभी का विवाह हो चुका है।
महंत जी के पुत्र गौरव अग्रवाल और सौरभ अग्रवाल टैक्स के अधिवक्ता हैं। महंत जी के निधन से पूरा परिवार सदमे हैं साथ ही उनसे जुड़े बाबा भक्त भी गमगीन हैं। बता दें महंत राजेन्द्र अग्रवाल वर्ष 1988 में जसपुर से आकर दिनेशपुर बस गये थे यहां उन्होंने श्री बालाजी मंदिर की स्थापना की और लोगों में बालाजी के प्रति आस्था जगाई। उनके सानिध्य में पिछले करीब तीन दशकों से बालाजी दरबारों का आयोजन किया जा रहा था। आज उनके निधन का समाचार मिलते ही तमाम धार्मिक, राजनैतिक, सामाजिक हस्तियों के साथ ही बड़ी संख्या में बाबा भक्तों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी।
