नैनीताल जिले में रामनगर के पुछड़ी क्षेत्र में वन विभाग की रिजर्व फॉरेस्ट भूमि से जल्द ही अतिक्रमण हटाने वाला है. अतिक्रमण हटाने के लिए वन विभाग के साथ-साथ पुलिस ने भी अपनी कमर कस ली है. इलाके में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक नैनीताल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. इस इलाके में कल परसो के अंदर करीब 90 परिवारों पर कार्रवाई होगी.

नैनीताल एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने साफ किया है कि सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सुरक्षा की दृष्टि से पूरे क्षेत्र को पांच सुपर जोन में विभाजित किया गया है. इस पूरे अभियान के प्रभारी पुलिस अधीक्षक नैनीताल डॉ. जगदीश चंद्रा और सह प्रभारी पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी मनोज कुमार कत्याल को बनाया गया है.
इसके अलावा क्षेत्राधिकारी लालकुआं दीप शिखा अग्रवाल, क्षेत्राधिकारी रामनगर सुमित पांडे, क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी अमित कुमार और क्षेत्राधिकारी नैनीताल रविकांत सेमवाल को अलग-अलग जोनों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. यातायात व्यवस्था की कमान निरीक्षक वेद प्रकाश भट्ट को दी गई है.
पूरे क्षेत्र की निगरानी वीडियोग्राफी और ड्रोन कैमरों से की जा रही है. एसएसपी नैनीताल के निर्देश पर कुछ लोगों के खिलाफ प्रीवेंटिव डिटेंशन की कार्रवाई भी की गई है. प्रभारी निरीक्षक रामनगर सुशील जोशी को मौके पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि तराई पश्चिम रामनगर के डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि अपर कोसी ब्लॉक क्षेत्र में 170 परिवारों को बेदखली का आदेश दिया गया था. इनमें से कुछ परिवार पहले ही स्वेच्छा से स्थान खाली कर चुके हैं. वर्तमान में लगभग 130 परिवार बचे थे, जिनमें से करीब 40 परिवार न्यायालय चले गए हैं, बाकी 90 परिवारों पर कल या परसो तक कार्रवाई होगी.
उन्होंने बताया कि पूरे क्षेत्र को 9 सेक्टर में बांटा गया है, जहां प्रत्येक सेक्टर में औसतन 10 से 12 भवन हैं. पहले चरण में लगभग 20 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई जाएगी. इसके साथ ही नगर पालिका के टचिंग ग्राउंड की एक हेक्टेयर भूमि से भी 3-4 परिवारों को हटाया जाएगा.
वहीं एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि वन विभाग की ओर से प्राप्त अनुरोध के बाद पुलिस और प्रशासन के बीच पूरा समन्वय स्थापित किया गया है. स्टाफ को ब्रीफ कर दिया गया है और उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद जल्द ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. रामनगर में अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन पूरी तरह गंभीर है. सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और कानून व्यवस्था से खेलने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
